पतंजलि आयुर्वेद, जिसे बाबा रामदेव के नेतृत्व में भारतीय बाजार में स्वदेशी उत्पादों के लिए जाना जाता है, ने वित्त वर्ष 2022-23 में अपनी आय में 23.15% की वृद्धि दर्ज की है। कंपनी ने कुल 9,335.32 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया। यह वृद्धि समूह की अन्य इकाइयों और पतंजलि फूड्स (पूर्व में रुचि सोया) की बिक्री पेशकश (ओएफएस) से हुई आय को मिलाकर है।
पतंजलि के पिछले वित्त वर्ष के आंकड़े
पतंजलि आयुर्वेद ने वित्त वर्ष 2022-23 में 7,533.88 करोड़ रुपये का राजस्व और 578.44 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था। गैर-सूचीबद्ध इकाई के रूप में इसकी कुल आय (जिसमें अन्य आय शामिल है) 7,580.06 करोड़ रुपये रही। इसके विपरीत, वित्त वर्ष 2023-24 में राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली।
1 जुलाई, 2022 को पतंजलि आयुर्वेद ने अपने खाद्य व्यवसाय को पतंजलि फूड्स को स्थानांतरित कर दिया। इस हस्तांतरण से कंपनी के राजस्व पर प्रभाव पड़ा। खाद्य कारोबार में बिस्कुट, घी, अनाज और न्यूट्रास्युटिकल्स जैसे उत्पाद शामिल हैं।
पतंजलि फूड्स के शेयर बाजार में प्रदर्शन
शेयर बाजार में पतंजलि ग्रुप की सूचीबद्ध कंपनी, पतंजलि फूड्स, का प्रदर्शन भी प्रभावशाली रहा। बीते शुक्रवार को इसके शेयर की कीमत 2% से अधिक बढ़कर 1,799.40 रुपये तक पहुंच गई। इस दिन की क्लोजिंग कीमत 1,790.50 रुपये रही।
52 सप्ताह का उच्च और निम्न स्तर
सितंबर 2024 में पतंजलि फूड्स का शेयर 2,030 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंचा, जो इसका 52 हफ्ते का हाई है। इसके विपरीत, जून 2024 में यह 1,170 रुपये के न्यूनतम स्तर पर था।
पतंजलि फूड्स में प्रमोटर्स के पास 69.76% हिस्सेदारी है, जबकि 30.24% हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है। शेयर बाजार में मजबूत प्रदर्शन और उच्च मांग से कंपनी की बाजार छवि और राजस्व में सुधार हुआ है।
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