साल के आखिर में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर सकारात्मक खबर दी है। RBI की मासिक बुलेटिन के मुताबिक, 2024-25 की दूसरी तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था तेज गति से आगे बढ़ने की उम्मीद है। घरेलू प्राइवेट खपत में बढ़ोतरी को इस प्रगति का मुख्य कारण बताया गया है। उल्लेखनीय है कि नवंबर 2024 में खुदरा महंगाई दर घटकर 5.48% पर आ गई थी, जो देश की आर्थिक स्थिरता के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
महंगाई में राहत और खपत का असर
RBI की रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू खपत, ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती और खाद्यान्न उत्पादन में सुधार से विकास दर को गति मिलेगी। इसके अतिरिक्त, इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकारी खर्च भी निवेश और आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करेगा। हालांकि, वैश्विक स्तर पर अनिश्चितताएं और महंगाई अभी भी चुनौती बनी हुई हैं।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था ने धीमी रफ्तार देखी। जुलाई-सितंबर के बीच GDP ग्रोथ रेट 5.4% रही, जो RBI के 7% के अनुमान से काफी कम थी। यह प्रदर्शन पिछले दो सालों में सबसे कमजोर था। सितंबर 2022 के बाद से यह सबसे खराब तिमाही साबित हुई। इसके बावजूद, दूसरी छमाही में घरेलू खपत और सरकारी खर्च से उम्मीदें बनी हुई हैं।
नए सेक्टर्स से मिल रहा सपोर्ट
RBI की रिपोर्ट में बताया गया है कि खपत में बढ़ोतरी ने नई नौकरियों का सृजन किया है। लॉजिस्टिक्स, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV), EV इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि और एग्रोकेमिकल्स जैसे क्षेत्रों ने अर्थव्यवस्था को सहारा दिया है। इसके अलावा, ई-कॉमर्स सेक्टर भी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
दूसरी छमाही में सबसे बड़ी नजर आगामी बजट पर रहेगी। देशवासियों को उम्मीद है कि सरकार विकास को गति देने के लिए ठोस कदम उठाएगी। बजट में नए ऐलानों के जरिए अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की संभावना है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार किस तरह से आर्थिक सुधारों को गति देने की योजना बनाती है।
Also Read : Business Idea: मात्र 70 दिन में इस बिजनेस से कमाए लाखों, कम निवेश में होगी बंपर कमाई