Apple Sues Youtuber : टेक दिग्गज कंपनी ऐप्पल ने हाल ही में प्रसिद्ध यूट्यूबर जॉन प्रोसर और उनके सहयोगी माइकल रमाकिओटी के खिलाफ एक बड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू की है। कंपनी का आरोप है कि इन दोनों ने मिलकर ऐप्पल के गोपनीय ट्रेड सीक्रेट्स चुराए और उन्हें सार्वजनिक किया। यह मामला तब गर्माया जब प्रोसर ने अपने चैनल पर iOS 19 से जुड़े कई विवरण साझा किए, जो बाद में ऐप्पल के आधिकारिक iOS 26 वर्जन से मिलते-जुलते पाए गए।

ऐप्पल ने इस मामले को 'ट्रेड सीक्रेट चोरी' और 'कंप्यूटर फ्रॉड एंड एब्यूज एक्ट' के तहत दर्ज किया है। लेकिन सवाल यह है कि क्या वाकई जॉन प्रोसर ने गलत तरीके से जानकारी हासिल की, या फिर यह ऐप्पल की 'लीक कंट्रोल' की नाकामी का नतीजा है?

Apple Sues Youtuber : लीक हुआ कैसे? एक कर्मचारी बना टारगेट

ऐप्पल के मुताबिक, इस पूरे मामले में कंपनी के एक डेवलपमेंट इंजीनियर लिपनिक को निशाना बनाया गया। आरोप है कि प्रोसर और रमाकिओटी ने लिपनिक के फोन का पासकोड और लोकेशन डेटा गलत तरीके से एक्सेस किया।

दिलचस्प बात यह है कि:

  • उन्होंने लिपनिक की गतिविधियों पर नजर रखी कि वह कब अपने डेवलपमेंट आईफोन से दूर होते हैं।
  • इसी बीच रमाकिओटी ने फोन को हैक करके FaceTime कॉल के जरिए प्रोसर को उस पर मौजूद फीचर्स दिखाए।
  • प्रोसर ने इस कॉल की रिकॉर्डिंग की और उसे अपने यूट्यूब चैनल पर 'लीक' के तौर पर जारी किया।

ऐप्पल का दावा है कि लिपनिक के फोन में कंपनी के भविष्य के प्रोडक्ट्स, सॉफ्टवेयर अपडेट्स और अन्य गोपनीय डेटा मौजूद थे, जिन्हें लीक करना कंपनी के बिजनेस इंटरेस्ट के लिए नुकसानदायक था।

Apple Sues Youtuber : ऐप्पल ने कहा यह एक सुनियोजित साजिश थी

इस पूरे मामले को ऐप्पल ने 'एक सोची-समझी साजिश' बताया है। कंपनी ने:

  • जॉन प्रोसर और माइकल रमाकिओटी पर हैकिंग और डेटा चोरी का आरोप लगाया।
  • लिपनिक को भी निलंबित कर दिया क्योंकि उन्होंने समय रहते इस सुरक्षा उल्लंघन की जानकारी कंपनी को नहीं दी।
  • अब ऐप्पल भारी मुआवजे की मांग कर रहा है और कोर्ट से यह भी गुहार लगाई है कि भविष्य में कोई भी गोपनीय जानकारी सार्वजनिक न हो।

Apple Sues Youtuber : जॉन प्रोसर का पक्ष, 'मैंने कोई हैकिंग नहीं की'

इस मामले में जॉन प्रोसर ने खुद को बेकसूर बताते हुए ऐप्पल के आरोपों को नकारा है। उनका कहना है कि:

  • उन्होंने किसी का पासवर्ड या डेटा नहीं चुराया।
  • iOS 26 की जानकारी उन्हें स्रोतों से मिली, जिसे लीक करने का उनका कोई इरादा नहीं था।
  • वह ऐप्पल के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं और मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहते हैं।

Apple Sues Youtuber : क्या यह केवल एक लीक है या बड़ा सुरक्षा खतरा?

यह मामला सिर्फ एक यूट्यूब लीक से कहीं आगे की बात है। ऐप्पल जैसी कंपनियों के लिए ट्रेड सीक्रेट्स की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है। अगर आरोप सच साबित होते हैं, तो यह साइबर सुरक्षा और कॉर्पोरेट जासूसी का गंभीर मामला बन सकता है।

Apple Sues Youtuber : अब नजर कोर्ट पर है कि कौन सच और कौन झूठ? और क्या जॉन प्रोसर को इस मामले में कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा?

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