अमेरिका और चीन के बीच चल रहे Tariff War के बीच भारत को कई क्षेत्रों में बड़ा मौका हाथ आया है। इस बीच टाटा समूह की Air India ने हाथ आए मौके को लपक लिया है और एक डील के जरिए मोटी बचत करने वाला है। एयर इंडिया बोइंग कंपनी के उन विमानों को खरीदने में जुटा हुआ है, जिसे चीन ने टैरिफ वार की वजह से लेने से साफ इंकार कर दिया है।
पहले भी Air India ने उठाया था फायदा
टाटा समूह ने Air India को अधिगृहीत करने के बाद से ही इसमें व्यापक पैमाने पर बदलाव किए हैं और वह तेजी से ग्रोथ करने के लिए अपने बेड़े में विमानों की संख्या भी बढ़ा रहा है। ऐसे में उसने हाथ आए मौके को न जाने देने का फैसला किया है और चीन को दिए जाने वाले बोइंग विमानों को लेकर डील करने में जुटा हुआ है।
इससे पहले भी एयर इंडिया ने चीन के पीछे हटने के बाद मोटा फायदा कमाया था। कंपनी ने मूल रूप से Chinese Airlines के लिए बने 41 बोइंग 737 मैक्स विमानों की खरीद की थी।
इंडिगो को टक्कर देने की मंशा
Air India इस डील के जरिए भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को कड़ी टक्कर देना चाहता है। इसके लिए एयरलाइन कंपनी अपने बेड़े में 737 मैक्स विमानों को शामिल करने पर तेजी से काम कर रहा है। बताया जा रहा है कि जून तक एयरलाइन को 9 और 737 विमान मिलने वाले थे, जिससे इसकी संख्या 50 हो जाती लेकिन अब चीन और अमेरिका के बीच टकराव के चलते उसे और अधिक विमान मिल सकते हैं।
सप्लाई चेन में देरी से हो रहा नुकसान
Air India की मंशा है कि अगले साल अप्रैल महीने तक विमानों में बिजनेस क्लास को इकोनॉमी क्लास में बदल दिया जाए। हालांकि, सप्लाई चेन में बाधा होने के चलते वह अपने प्लान को इंप्लीमेंट नहीं कर पा रही है। इसके अलावा एयरलाइन कंपनी ने 2023 में 140 नैरोबॉडी विमानों का भी भारी-भरकम ऑर्डर दिया था, जिसको लेकर कहा जा रहा है कि इसकी Supply अगले साल मार्च महीने के बाद शुरू हो जाएगी।
अगर तय समयसीमा पर एयर इंडिया को विमानों की आपूर्ति नहीं होती है तो वह इंडिगो से और भी पिछड़ जाएगी। बता दें कि चीनी सरकार ने Tariff War की वजह से चीनी एयरलाइनों को फरमान जारी किया था कि वह बोइंग के विमानों की सप्लाई न लें क्योंकि चीन ने अमेरिका में बने सामानों पर 125 प्रतिशत का भारी-भरकम टैरिफ लगा दिया है।
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