वित्तीय वर्ष 2024 ने बीमा सेक्टर के लिए एक नया मुकाम तय किया है। खासकर Microinsurance सेगमेंट में जो बदलाव आए हैं, वे न केवल आंकड़ों में, बल्कि आम जनता की जिंदगी में भी नजर आ रहे हैं। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और निजी बीमा कंपनियों के आंकड़े यह साबित करते हैं कि बीमा के प्रति लोगों की जागरूकता और रुचि में अभूतपूर्व वृद्धि हो रही है। IRDAI द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में यह बताया गया कि Microinsurance के नए ब‍िजनेस प्रीमियम (NBP) ने 10,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है, जो बीमा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक क्षण है।

सस्ती और किफायती सुरक्षा MICROINSURANCE

Microinsurance बीमा की वो श्रेणी है, जिसे खासतौर पर कम आय वाले परिवारों के लिए तैयार किया गया है। इसकी लोकप्रियता का कारण यह है कि यह बीमा योजनाएं सस्ती और किफायती होती हैं, जो आमतौर पर जीवन और स्वास्थ्य के जोखिमों से सुरक्षा देती हैं। वित्तीय वर्ष 2024 में इस क्षेत्र ने 23.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी, और NBP 10,860.39 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यही नहीं, इस वर्ष 178.39 मिलियन लोगों को Microinsurance के तहत कवर किया गया। इसके अलावा, एजेंटों की संख्या भी बढ़कर 102,000 हो गई, जिनमें से अधिकांश निजी बीमा कंपनियों से थे। यह स्पष्ट करता है कि बीमा के इस सस्ते रूप का क्रेज़ अब हर छोटे वर्ग तक पहुंच चुका है।

ग्रुप और व्यक्तिगत NBP में अंतर: बड़े बदलाव का संकेत

रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि व्यक्तिगत NBP में 23.78 प्रतिशत की कमी आई है, जो दर्शाता है कि लोग अब व्यक्तिगत बीमा लेने के बजाय समूहों के माध्यम से बीमा खरीद रहे हैं। इस प्रकार, ग्रुप NBP ने शानदार वृद्धि दिखाई है, और यह आंकड़ा 10,707.82 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। इसका सीधा मतलब है कि कंपनियां और संगठनों ने कम आय वाले लोगों के लिए बीमा पॉलिसी उपलब्ध करवाई हैं, जो उन्हें आर्थिक नुकसान से बचाने में मदद कर रही हैं।

निजी कंपनियों की चमक: LIC को पीछे छोड़ा

बीमा क्षेत्र में निजी कंपनियों का दबदबा साफ तौर पर देखा गया। निजी जीवन बीमा कंपनियों ने 10,708.4 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार किया, जबकि सार्वजनिक क्षेत्र की LIC का योगदान मात्र 152 करोड़ रुपये था। निजी कंपनियों ने 469 योजनाओं के तहत 10,690.73 करोड़ रुपये का ग्रुप प्रीमियम एकत्र किया, जबकि LIC ने 4,993 योजनाओं के बावजूद केवल 17.09 करोड़ रुपये का ग्रुप प्रीमियम जुटाया। यह आंकड़ा दर्शाता है कि निजी कंपनियां इस क्षेत्र में पूरी तरह से परचम लहरा रही हैं और भविष्य में उनका प्रभुत्व और भी मजबूत हो सकता है।

2024 का वर्ष बीमा क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ है, जहां Microinsurance ने लोगों के जीवन को वित्तीय सुरक्षा देने के मामले में नई दिशा तय की है। बीमा कंपनियों का यह नया रूप न केवल बीमा लेने की सोच को बदल रहा है, बल्कि यह समाज के निचले स्तर पर भी सुरक्षा की भावना फैला रहा है।

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