20 May, 2025
BY: Komalसिला हुआ जहाज 5वीं शताब्दी के जहाज का नया रूप है, जो अजंता की गुफाओं की एक पेंटिंग से प्रेरित है। समारोह की अध्यक्षता केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मुख्य अतिथि के रूप में करेंगे।
टैंकाई विधि में नाखूनों का प्रयोग न करते हुए जहाजों का निर्माण किया जाता है। जिसमें लकड़ी के तख्तों को सिला जाता है। ये बहुत ही प्राचीन तकनीकि है।
इस विधि से बनाए गए जहाज में ज्यादा लचीलापन और स्थायित्व रहता है। जिसकी वजह से जहाज को शोल्स और सैंडबार से नुकसान न के बराबर हो जाता है।
ये सिले हुए जहाज आधुनिक समय के जहाजों से बिल्कुल अलग हैं। आईआईटी मद्रास के महासागर इंजीनियरिंग विभाग ने मॉडल परीक्षण के लिए सहयोग किया है।
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